स्पोर्ट्स न्यूज/नई दिल्ली (एजेंसी)। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने आईपीएल के अगले संस्करण में ‘इम्पैक्ट प्लेयर’ नियम को लागू करने का फैसला कर लिया है। आईपीएल के आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर शुक्रवार (दो दिसंबर) को इसकी सूचना दी गई। बीसीसीआई ने सबसे पहले इसे घरेलू क्रिकेट में लागू किया। वहां सफलता मिलने के बाद आईपीएल में भी इसके इस्तेमाल की अनुमति दे दी।
बीसीसीआई ने एक बयान में कहा, बीसीसीआई इम्पैक्ट प्लेयर नियम को पेश करना चाहता है। इसके तहत टीमें खेल की परिस्थिति को देखते हुए अपने प्लेइंग इलेवन के एक सदस्य को बदल सकती है।ÓÓ दिल्ली के 22 वर्षीय ऋतिक शौकीन सैयद मुश्ताक अली टी20 टूर्नामेंट में पहले इम्पैक्ट प्लेयर थे। उन्होंने मणिपुर के खिलाफ अपनी टीम को 71 रन से मैच जीतने में मदद की थी।
बिग बैश में है ‘एक्स फैक्टर प्लेयरÓ नियम
ऑस्ट्रेलिया की टी20 लीग बिग बैश में ऐसा ही नियम लागू है। उसका नाम ‘एक्स फैक्टर प्लेयर’ है। इस एक्स फैक्टर प्लेयर का नाम टीम शीट में 12वें या 13वें खिलाड़ी के रूप में लिखा जाता है। यह मैच की पहली पारी के 10वें ओवर के बाद मैच में शामिल हो सकता है। वह बल्लेबाजी नहीं करने वाले या एक से ज्यादा ओवर नहीं फेंकने वाले किसी खिलाड़ी की जगह टीम में आ सकता है। ‘एक्स-फैक्टर खिलाड़ी’ मैच में चार ओवर फेंक सकता है।

आईपीएल में कैसे होगा इम्पैक्ट का इस्तेमाल?
- इम्पैक्ट प्लेयर की बात करें तो मैच में इसका इस्तेमाल करना जरूरी नहीं होगा। यह पूरी तरह टीम पर निर्भर करेगा।
- आईपीएल में ‘इम्पैक्ट प्लेयर’ दोनों पारियों में 14वें ओवर से पहले आ सकता है।
- कप्तान, मुख्य कोच और टीम मैनेजर को इम्पैक्ट प्लेयर के बारे में ऑन-फील्ड अधिकारियों या चौथे अंपायर को सूचित करना होगा।
- हर टीम को अपनी प्लेइंग-11 के साथ चार-चार सब्सिट्यूट खिलाडिय़ों के नाम भी बताने होंगे।
- कोई भी टीम 14 ओवर्स तक इन चार खिलाडिय़ों में से किसी एक को इम्पैक्ट प्लेयर के तौर पर किसी खिलाड़ी से रिप्लेस कर सकती है।
- जो भी खिलाड़ी इम्पैक्ट प्लेयर के लिए जगह खाली करेगा, वह फिर दोबारा मैदान में नहीं दिख सकेगा। बाकी बचे मैच में इम्पैक्ट प्लेयर ही दिखेगा और मैच खेलेगा।
- अगर किसी वजह से मैच के दौरान ओवरों में कटौती की जाती है और इसे 10 से कम कर दिया जाता है, तो इम्पैक्ट प्लेयर का इस्तेमाल नहीं होगा।




