भिलाई। 10 नवंबर से 14 नवंबर तक श्री पार्श्वनाथ धाम, रिसाली में श्री 1008 मज्जिनेन्द्र आदिनाथ जिनबिम्ब एवं ताम्र चौबीसी पंचकल्याणक प्रतिष्ठा एवं विश्वशांति महायज्ञ महामहोत्सव का आयोजन परमपूज्य आचार्य 108 श्री विशुद्ध सागर महाराज के सानिध्य में होने जा रहा है। 29 मुनिराजों के ससंघ सानिध्य में होने जा रहे इस महोत्सव में पाच दिनों तक आचार्य के दिव्य प्रवचनों को सुनने का अवसर मिलेगा। यही नहीं इस दौरान विविध धर्म अनुष्ठान भी संपन्न कराए जाएंगे।
कार्यक्रम के संबंध में मंगलवार को पंचकल्याणक प्रतिष्ठा एवं विश्वशांति महायज्ञ महामहोत्सव समिति के पदाधिकारियों ने प्रेस वार्ता में जानकारी दी। इस मौके पर उन्होंने बताया कि आचार्य 108 श्री विशुद्ध सागर महाराज श्री पार्श्वनाथ धाम रिसाली में 12 वर्ष के अंतराल में तीसरी बार पहुंच रहे हैं। इस पावन अवसर पर श्री 1008 मुनिसुव्रतनाथ भगवान की कृत्रिम गुफा में विराजित 23 फुट पद्मासन जिन बिम्ब एवं 51 इंच की ताम्र धातु से निर्मित खड्गासन चौबीस जिन बिम्बों का पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव एवं विश्व शांति महायज्ञ महोत्सव 10 नवम्बर 2022 गुरूवार से 14 नवम्बर 2022 सोमवार तक होगा।
महोत्सव के अंतर्गत कार्यक्रम का शुभारंभ 10 नवंबर को गर्भ कल्याण के प्रथम दिन प्रात: 6.30 बजे जिनाज्ञा, गुरू आज्ञा, घटयात्रा, प्रातः 8.45 ध्वजारोहण, प्रतिष्ठा मंडप उद्घाटन, मंडप मंडल शुद्धि, अभिषेक, शांतिधारा, प्रात: 9.30 बजे आचार्य श्री विशुद्ध सागर महाराज जी का मांगलिक प्रवचन, सकलीकरण, इंद्र प्रतिष्ठा, मंडल प्रतिष्ठा, दोपहर 1.00 बजे महायाग मंडल आराधना, दोपहर 2.30 – तीर्थंकर माता की गोद भराई, सीमंतनी क्रिया, दोपहर 3.30 बजे आचार्य श्री के मंगल प्रवचन, सांय 6.45 बजे संगीतमय आरती, शास्त्र सभा, भेरी ताड़न विधि, इंद्र सभा, तत्व चर्चा, सौधर्म इंद्र का आसन कंपायमान, नगरी की रचना, रत्न वृष्टि, माता की सेवा, सोलह स्वप्न फलादेश तथा रात्रि 11.00 गर्भ कल्याणक की आन्तरिक क्रियायें होंगी।
इसी प्रकार 11 नवम्बर शुक्रवार को जन्म कल्याणक के अंतर्गत प्रात: 5:30 बजे जाप्यानुष्ठान, अभिषेक, शांतिधारा, नित्य पूजन, गर्भ कल्याणक पूजन, प्रातः 7.00 बजे तीर्थकर प्रभु के जन्म की आंतरिक विधि, प्रातः 7.30 बजे जन्मोत्सव का मांगलिक मंचीय कार्यक्रम, प्रातः 9.30 आचार्य श्री के मंगल प्रवचन, प्रातः 10.45 जन्म कल्याणक की भव्य शोभा यात्रा, दोप. 1.15 पाण्डुक शिला पर तीर्थकर बालक का जन्माभिषेक, दोपहर 3.30 आचार्य श्री के मंगल प्रवचन, संध्या 6.30 संगीतमय मंगल आरती, शास्त्र सभा, सौधर्म इंद्र द्वारा तांडव नृत्य, तीर्थकर प्रभु का पालना, देव कुमारों संग तीर्थंकर प्रभु की बालक्रीड़ा का आयोजन होगा।
इसके अलावा दिनांक 12 नवंबर को तपकल्याणक, 13 नवंबर को केवल ज्ञान कल्याणक, 15 नवंबर को मोक्ष कल्याणक तथा विश्वशांति महायज्ञ, शोभायात्रा एवं विधिनायक भगवान सहित कृत्रिम गुफा में विराजित अतिशयकारी बड़ेबाबा श्री मुनिश्वरनाथ प्रभु का प्रथम महा मस्तकाभिषेक आचार्य श्री के श्रीमुख से प्रथम मंत्रात्मक महाशांतिधारा होगी। महामहोत्सव के ध्वजारोहण कर्ता छत्तीसगढ़ के गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू जी व बीईसी के चेयरमेन अरविंद जैन होंगे। यह आयोजन के प्रतिष्ठाचार्य पंडित संजय सरस जी बैतूल एवं सह प्रतिष्ठाचार्य बाल ब्रह्मचारी अभिषेक भैय्या जी हैं। समिति पदाधिकारियों ने बताया कि इस धर्म आयोजन के लिए देश के लिए सभी जैन प्रतिष्टित जनों के साथ छत्तीसगढ़ राज्य के समाजसेवी प्रमुख मंत्रीगण, शासकीय-अर्धशासकीय अधिकारी गणों के समस्थ जैन मंदिरों के सभी पदाधिकारियों व सदस्यों को पार्श्वनाथ धाम रिसाली की समिति ने आमंत्रित किया है।
महामहोत्सव के प्रमुख पात्रों में पार्श्वनाथ धाम के प्रणेता प्रभात छाया जैन, आदिकुमार के माता-पिता सनत जैन व मालती जैन, सौधर्म इंद्र अरविंद – रेखा जैन, धनपति कुबेर संजय राजू, नीलू जैन, महायज्ञ नायक राजेश-आशा जैन, यज्ञ नायक अनुराग-अनुश्री गढ़ावाल, इशान इंद्र अनिल-अनुपमा जैन, सतन इंद्र, महेश नगीना जैन, महेन्द्र इंद्र शशांक – भाग्यश्री जैन, भरत चक्रवर्ती सुधीर- संध्या जैन, बाहुबली ऋषभ कुमार जैन, विधिनायक पुण्यार्जन, नवीन-रजनी जैन, निशांत, नैंसी, मोनिका जैन शामिल हैं। द्रव्य प्रदाता अजय बोहरा परिवार दुर्ग है। प्रेसवार्ता के दौरान मुख्य संयोजक प्रभात जैन, अध्यक्ष अरविंद जैन सतभैय्या, महामंत्री प्रमेन्द्र जैन, प्रचार प्रसार प्रमुख प्रदीप जैन बाकलीवाल आदि उपस्थित रहे।