भिलाई। अमलेश्वर में समृद्धि ज्वेलर्स में लूट व हत्या के मामले का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। घटना के 24 घंटे के अंदर पुलिस मास्टर माइंड के साथ ही चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। हत्या का मास्टर माइंड थाना टिकरापारा, टीटी नगर की हत्या एवं लूट में पुलिस कस्टडी से फरार हुआ था। आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस बिहार व यूपी पुलिस की मदद ली और इस प्रकार आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता मिली। पुलिस ने पटना में प्रयुक्त वाहन होण्डा सिटी, मोटर सायकल, पिस्टल, कट्टा एवं कारतूस बरामद किया है। पुलिस ने इस मामले में मुख्य आरोपी अभिषेक झा व उसके तीन साथियों को गिरफ्तार किया है। घटना का खुलासा करने वाली टीम को आईजी दुर्ग रेंज ने नगद इनाम देने की घोषणा की है।
बता दें अमलेश्वर स्थित समृद्धी ज्वेलर्स के संचालक सुरेन्द्र सोनी पर हमला कर अज्ञात लुटेरों ने दुकान से सोने चांदी के जेवर व कैस लूटकर फरार हो गए थे। घर पर सीसी टीवी फुटेज वॉच कर रहे संचालक के पुत्र तनिष्क सोनी ने लूट की घटना को देखा और दुकान पहुंचे। इस दौरान रास्ते में तीन लोगों को बाइक से जाते देखा जो उसकी दुकान में मौजूद थे। दुकान पहुंचने पर सुरेन्द्र सोनी घायल पड़े हुए थे और लॉकर खुला हुआ था।
इसके बाद पहले तो तनिष्क ने अपने पिता को अस्पताल पहुंचाया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इसके बाद इस मामले में तनिष्क सोनी की शिकायत के बाद पुलिस ने धारा 302, 394, 397, 449 मादवि एवं 25, 27 आर्म्स एक्ट के तहत अपराध दर्ज कर जांच शुरू की। इसके बाद पुलिस ने सीसी टीवी फुटेज वॉच कर आरापियों की पहचान की। इसके बाद लगातार पुलिस आरोपियों का लोकेशन देख रही थी।
सीसी फुटेजसे पकड़ाए आरोपी
जांच के दौरान आरोपियों द्वारा घटना के लिए जिस मोटर सायकल क्रमांक JH12N2701 का उपयोग किया गया था उसे ग्राम कुन्दाली रायपुर के पास छोडकर फरार हो गये। सीसीटीव्ही फूटेज में मोटर सायकल के आगे एक HONDA CITY कार क्रमांक DL4CAH2592 जाते हुए दिखायी दे रही थी, जिससे यह अनुमान लगाया गया कि आरोपियों द्वारा मोटर सायकल क्रमांक JH12N2701 छोड़कर HONDA CITY कार क्रमांक DL4CAH2592 से भागे है।
आरोपियों द्वारा घटना के उपरांत प्रयुक्त कार को रायपुर में देखे जाने से तत्काल टीम रवाना हुई। इसके बाद कार तरपोंगी रायपुर के टोल प्लाजा में बिलासपुर की ओर जाते हुए दिखी। इसके बाद बिलासपुर पुलिस को लाइनअप किया गया लेकिन जब तक पुलिस पहुंची वे भाग चुके थे। पुलिस की टीम आरोपियों के निवास की ओर जाने वाले संभवित टोल प्लाजा को चेक करते हुए आगे बढ़ रही थी अगले दिन वाहन क्रमांक DL4CAH2592 को वाराणसी के आईटीएमएस कैमेरे में सर्च करने पर शहर के अंदर प्रवेश करते दिखी। इससे पता चल गया कि आरोपी वाराणसी में ही हैं।
सीजी पुलिस भी वाराणसी पहुंची और इधर एसपी डॉ अभिषेक पल्लव ने वाराणसी कमिश्नर से संपर्क कर उक्त घटना की जानकारी दी। वाराणसी रेलवे स्टेशन पर आरपीएफ को भी इसकी सूचना दी गयी। इसके बाद कार जिस रूट पर जा रही थी उस रूट पर ट्रैफिक जाम किया गया। इसके सीजी पुलिस की टीम ने आरोपियों को दबोच लिया। इसके बाद टीम आरोपियों को समीप के थाना सिगरा वाराणसी ले गई और वहां पूछताछ के बाद सोना चांदी के आभूषण एवं घटना में प्रयुक्त पिस्टल एवं देषी कटृटा बरामद किया। घटना का मास्टर माइंड अनुपम झा उर्फ अभिषेक झा है जिसने सौरभ कुमार सिंह, अभय कुमार भारती एवं आलोक कुमार यादव के साथ लूट के उद्देश्य से अमलेश्वर में रेकी की और वारदात को अंजाम दिया।
इस पूरी कार्रवाई में एन्टी क्राईन एवं सायबर यूनिट के निरीक्षक संतोष मिश्रा, सउनि शमित मिश्रा, पूर्ण बहादुर आरक्षक शहबाज खान, विक्रांत यदु, कोमल राजपूत, एवं आरपीएफ वाराणसी के निरीक्षक अजुलता द्विवेदी एवं आरक्षक रमेश यादव का आरोपियों की घेराबंदी कर पकड़ने में उल्लेखनीय योगदान रहा। तकनीकी साक्ष्य एकत्र एवं सीडीआर एनालिसिस करने में प्रधान आरक्षक एसीसीयू चन्द्रशेखर वजीर का योगदान रहा। साथ ही इस पुरी प्रकरण को सुलझाने में एसीसीयू एवं दुर्ग जिले के चुनिंदा पुलिस अधिकारियों एवं कर्मचारियों का उल्लेखनीय योगदान रहा।