श्रीकंचनपथ, डेस्क। कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव के लिए नामांकन प्रक्रिया पूरी होने के बाद अब बयान बाजी का दौर भी शुरू हो गया है। एक ओर जहां कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे हैं जो अपने चुनाव लड़ने का कारण बता रहे हैं वहीं दूसरी ओर एक और प्रत्याशी शशि थरूर खड़गे को लेकर बयानबाजी कर रहे हैं। रविवार को कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने वाले शशि थरूर ने कहा है कि मल्लिकार्जुन खड़गे कांग्रेस के टॉप 3 नेताओं में तो हैं लेकिन वे कांग्रेस में बदलाव नहीं ला सकते हैं।
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बता दें कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव में सांसद शशि थरूर और वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे के बीच सीधी लड़ाई है। नामांकन वापस लेने की तारीख 8 अक्टूबर है। 8 अक्टूबर तक यह भी पता चल जाएगा कि कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव में मतदान होगा या इनमें से कोई एक निर्विरोध चुन लिया जाएगा। इस बीच थरूर ने कहा है कि वे चुनाव से पीछे नहीं हटेंगे, क्योंकि वह उन लोगों के साथ विश्वासघात नहीं करेंगे जो उनका समर्थन करते हैं।
इस बीच शशि थरूर ने मल्लकार्जुन खड़गे को लेकर एक बयान भी दिया है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा है कि खड़गे जैसे नेता कांग्रेस में बदलाव नहीं ला सकते। नागपुर में एक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने कहा कि हम दुश्मन नहीं हैं और यह युद्ध नहीं है। यह हमारी पार्टी के भविष्य का चुनाव है। खड़गे जी कांग्रेस पार्टी के टॉप 3 नेताओं में आते हैं लेकिन उनके जैसे नेता बदलाव नहीं ला सकते और मौजूदा व्यवस्था को ही जारी रखेंगे। उन्होंने कहा कि पार्टी कार्यकर्ताओं की उम्मीद के मुताबिक बदलाव मैं लाऊंगा।
नागपुर में मीडिया से चर्चा के दौरान थरूर ने यह भी कहा कि बड़े नेता दूसरे बड़े नेताओं के साथ ही दिखते हैं और उन्हीं की बातें सुनते हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें राज्यों के पार्टी कार्यकर्ताओं का समर्थन प्राप्त है। उन्होंने यह भी कहा कि वे बड़े वरिष्ठ नेताओं का सम्मान करते हैं लेकिन अब समय युवाओं की सुनने का है ओर उनके लिए काम करने का है। हम पार्टी के संगठनात्मक ढांचे को बदलने के लिए काम करेंगे।
इधर खड़गे ने कहा- उसूलों के लिए बचपन से लड़ता रहा हूं
इधर कांग्रेस अध्यक्ष पद के बड़े दावेदार मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस लेकर कहा है कि एक व्यक्ति, एक पद’ के फॉर्मूला को देखते हुए मैंने राज्यसभा में नेता विपक्ष के पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने कहा कि मेरे 50 साल के राजनीतिक जीवन अब तक उसूलों और आइडियोलॉजी के लिए बचपन से लड़ता रहा हूं। बचपन से ही मेरे जीवन में संघर्ष रहा है। सालों तक मंत्री रहा और विपक्ष का नेता भी बना। इसी जज्बे के साथ कांग्रेस को आगे ले जाना है।