ऋतिक रोशन इन दिनों अपनी फिल्म ‘विक्रम वेधाÓ को लेकर चर्चा में बने हुए हैं। ये तमिल फिल्म की ऑफिशियल हिंदी रीमेक है। इस फिल्म में ऋतिक के साथ सैफ अली खान भी नजर आएंगे। ऋतिक ने फिल्म मेकर्स को सुझाव दिया था कि इस फिल्म की शूटिंग उत्तर प्रदेश की बजाए दुबई में होनी चाहिए। विदेश में शूटिंग होने से फिल्म का बजट बढ़कर 175 करोड़ हो गया है, जिससे ये ऋतिक की अब तक की सबसे ज्यादा बजट वाली फिल्म बन गई है। ऐसी और भी फिल्में है जिनका बजट समय, स्क्रिप्ट या किसी और वजह से बढ़ा है। तो चलिए जानते हैं उन फिल्मों के बारे में और साथ ही उन कारणों के बारे में जिनकी वजह से बजट में बढ़ोतरी हुई हो।
मणिकर्णिका:- कंगना रनोट की फिल्म मणिकर्णिका को बनाते समय कई परेशानियों का सामना करना पड़ा था। पहले इस फिल्म को साउथ के डायरेक्टर क्रिश निर्देशित कर रहे थे, लेकिन कुछ समय बाद उन्होंने इस फिल्म को बीच में ही अधूरा छोड़ दिया। बाद में इस फिल्म की कमान कंगना ने संभाली। इसके बाद कंगना के साथ क्रिएटिव डिफरेंस के कारण सोनू सूद ने भी फिल्म को छोड़ दिया, फिर जीशान अय्यूब के साथ सीन दोबारा शूट किए गए। इसके अलावा भी कंगना ने कई बदलाव किए, जिस वजह से फिल्म का बजट बढ़कर 150 करोड़ रुपए हो गया। ये फिल्म 2019 में रिलीज हुई थी।

रेस 3:- ये रेस फिल्म का सीक्वल है, जिसमें सैफ अली खान लीड रोल में थे। वहीं रेस 3 में सलमान खान लीड रोल में नजर आए थे। रेस 3 की स्क्रिप्ट में सलमान ने कई बदलाव किए थे। इसके साथ उन्होंने ये भी शर्त रखी थी कि फिल्म का निर्देशन रेमो डिसूजा से कराया जाए। ऐसा भी माना जाता है कि काला हिरण मामले में सलमान को दोषी पाया गया था, जिस कारण भी फिल्म को बनाने में देरी हो गई थी। इन सभी कारणों की वजह से फिल्म का बजट 180 करोड़ का हो गया था। इस फिल्म को 2018 में रिलीज किया गया था।

ठग्स ऑफ हिंदोस्तान:- इस फिल्म का भी बजट आमिर खान के कारण बढ़ा था। फिल्म की शूटिंग से कुछ समय पहले ही आमिर इटली चले गए थे, जिसकी वजह से फिल्म बनने में देरी हो गई थी। पहले इस फिल्म के कई सीन माल्टा में शूट किए गए थे, जिन्हें दोबारा यशराज स्टूडियो में भी शूट किया गया। 300 करोड़ के बजट में बनी ये फिल्म बॉक्स ऑफिस पर 320 करोड़ की ही कमाई कर पाई थी। यह फिल्म 2018 में रिलीज हुई थी।
मेरा नाम जोकर:- इस फिल्म में राज कपूर एक्टर के साथ ही इस फिल्म के डायरेक्टर और प्रोड्यूसर भी थे। 1970 में रिलीज हुई यह 5 घंटे की फिल्म थी, साथ इस फिल्म में 2 इंटरवल थे। राज कपूर यह भी चाहते थे कि इस फिल्म के 6 चैप्टर बने, लेकिन बाद में सिर्फ 3 चैप्टर में फिल्म को पूरा किया गया। इसी सब बदलाव के चलते इस फिल्म का बजट बढ़ता चला गया। इसके बाद भी ये फिल्म बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप साबित हुई। ये 5 घंटे की फिल्म थी और 2 इंटरवल थे।
मुगल-ए-आजम:- मुगल-ए-आजम को बनने में 16 साल लगे थे। इस फिल्म के दौरान ही दिलीप और मधुबाला को एक-दूसरे से प्यार हुआ और तकरार भी। ऐसे में फिल्म को बनाने में लीड एक्टर के बीच की तकरार और कई वजह से देरी होने से बजट बढ़ता चला गया। ‘मुगल-ए-आजमÓ को उस समय बनाने में डेढ़ करोड़ की लागत आई थी, जबकि उस दौर में फिल्में 10-15 लाख में बन जाता करती थी। ये फिल्म 1960 में रिलीज हुई थी।
सेतुबंधन:- सेतुबंधन फिल्म के लिए मायाशंकर भट्ट ने इस शर्त के साथ दादा फाल्के को 50 हजार रुपए दिए कि फिल्म इतने ही बजट में बने। फिल्म तैयार होने से पहले पैसे कम पड़ गए और फिल्म एक साल तक रुक गई। फाल्के के सेट से इम्प्रेस होकर फाल्के की पिछली कंपनी के वर्मन आप्टे ने उन्हें 1 लाख रुपए का फंड दिया था। इस फिल्म 1932 में रिलीज किया गया था।