बॉलीवुड अभिनेत्री ईशा देओल को अपने फिल्मी करियर में तो इतनी सफलता नहीं मिली लेकिन वह अपने निजी जीवन में काफी सफल हैं। उनकी लव स्टोरी किसी फिल्म कहानी से कम नहीं है। ईशा देओल ने 29 जून 2012 को अपने बचपन के प्यार से शादी की। शादी के बाद ईशा ने अपने फिल्मी करियर को भी अलविदा कह दिया और आज उनकी शादी को 10 साल पूरे हो गए हैं। ऐसे में चलिए आपको बताते हैं ईशा और भरत तख्तानी की लव स्टोरी।
कब हुई पहली मुलाकात
ईशा और भरत तख्तानी की पहली मुलाकात तब हुई थी, जब दोनों 13 साल के थे। दोनों अलग-अलग स्कूल में पढ़ते थे, लेकिन इंटर स्कूल कंपटीशन के दौरान दोनों की मुलाकात हो जाती थी। कहा जाता है कि भरत तभी से ही ईशा पर दिल हार बैठे थे। ईशा ने अपना नंबर टिश्यू पेपर पर लिखकर दिया था, जिसके बाद दोनों की काफी बात होती थी। एक बार इंटरव्यू में भरत से जब पूछा गया कि उन्हें ईशा में क्या पसंद आया, तो उन्होंने कहा था कि ईशा हमेशा फ्रेश नजर आती थीं। बचपन स ही ईशा पर मेरा क्रश था और हम दोनों एक दूसरे को पसंद भी करते थे।

जब ईशा ने मारा था थप्पड़
ईशा और भरत दोनों अच्छे दोस्त बन गए थे, लेकिन दिन भरत ने कुछ ऐसा किया कि वह ईशा को एकदम पसंद नहीं आया और उन्होंने थप्पड़ जड़ दिया। दरअसल, भरत ने ईशा का हाथ पकडऩे की कोशिश की थी, जिस पर ईशा ने भरत को थप्पड़ मारा और कहा कि तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई मेरा हाथ पकडऩे की? ईशा ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा था कि हम इन-मैच्योर थे और मैंने कई वर्षों तक भरत से बात नहीं की थी। हालांकि भरत ईशा की बहन अहाना के दोस्त हुआ करते थे और फिर 10 साल बाद एक दिन दोनों की दोबारा मुलाकात हुई।

फिर परवान चढ़ा इश्क
ईशा और भरत 10 साल बाद कनाडा के नियाग्रा फॉल्स पर हुई थी। उस वक्त भरत ने ईशा से पूछा था कि क्या वह अब उनका हाथ पकड़ सकते हैं, तो ईशा ने उन्हें हां कहा और फिर दोनों कभी अलग नहीं हुए। इसके बाद भरत की मुलाकात हेमा मालिनी और धर्मेंद्र से हुई। हेमा मालिनी को पहली बार में ही भरत पसंद गए थे। धर्मेंद्र ने करीब एक घंटे तक भरत से बात की और फिर वह संतुष्ट हो गए थे। इस सबके बाद 2012 में दोनों की शादी हो गई।
दो बेटियों के माता-पिता हैं
ईशा और भरत के घर शादी के पांच साल 20 अक्तूबर 2017 बाद बेटी राध्या का जन्म हुआ। इसके बाद 10 जून 2019 को उनकी दूसरी बेटी मियारा तख्तानी का जन्म हुआ। ईशा अपने बच्चों को लेकर कहती हैं कि मम्मा को हमारे (ईशा और अहाना) लिए कुछ भी करना बहुत पसंद था। अब जब मैं भी एक मां हूं को मुझे भी अपने बच्चों का हर काम करना बेहद पसंद है।