मुंबई (एजेंसी)। यूक्रेन में फंसे भारतीयों को निकालने के लिए एयर इंडिया की ओर से उड़ानों का संचालन किया जा रहा है। इन उड़ानों के संचालन में लागत 1.10 करोड़ रुपये से अधिक रहने का अनुमान है और यह राशि उड़ानों की अवधि के अनुसार और ऊपर जा सकती है।
एयर इंडिया इस सेवा का संचालन ड्रीमलाइनर के नाम से प्रसिद्ध बोइंग 787 विमान के साथ युद्ध ग्रस्त देश यूक्रेन के पड़ोसी देशों से कर रहा है। इनमें रोमानिया और हंगरी भी शामिल हैं। अब तक एयरलाइन सैकड़ों भारतीय नागरिकों को देश वापस ला चुकी है।
इन उड़ानों पर खर्च भारत सरकार कर रही है। समाचार एजेंसी पीटीआई की एक रिपोर्ट के अनुसार एयर इंडिया के एक सूत्र ने बताया है कि ड्रीमलाइनर के साथ एक चार्टर्ड उड़ान का संचालन करने में सात से आठ लाख रुपये प्रति घंटे तक का खर्च हो रहा है।
सूत्र ने नाम न प्रकाशित करने की शर्त पर कहा कि किसी उड़ान पर खर्च हो रही कुल राशि इस बात पर निर्भर करेगी कि हम कहां जा रहा हैं और कितनी दूर जा रहे हैं। इसके अलावा कुल लागत में क्रू, ईंधन, नेविगेशन, लैंडिंग और पार्किंग शुल्क भी शामिल होंगे।
बुखारेस्ट और बुडापेस्ट से उड़ानों का संचालन कर रही एयर इंडिया
वर्तमान में एयर इंडिया रोमानिया की राजधानी बुखारेस्ट और हंगरी की राजधानी बुडापेस्ट के लिए उड़ानों का संचालन कर रही है। ये दोनों एयरलाइन के लिए ऑफलाइन स्टेशन हैं। इसका अर्थ है कि इन स्थानों के लिए इसकी निर्धारित सेवाएं संचालीत नहीं होती हैं।
फ्लाइट ट्रैकिंग वेबसाइट फ्लाइटअवेयर के अनुसार शनिवार को बुखारेस्ट से मुंबई पहुंची उड़ान की अवधि करीब छह घंटे थी। बुडापेस्ट से दिल्ली पहुंचे विमान ने भी करीब छह घंटे उड़ान भरी थी। आने-जाने में एक उड़ान पर हर घंटे सात से आठ लाख खर्च हो रहे हैं।
इस हिसाब से आने और जाने में एक उड़ान पर 1.10 करोड़ रुपये से अधिक खर्च होने का अनुमान है। यह आंकड़ा इस अनुमान के आधार पर है कि विमान की कुल उड़ान अवधि लगभग 14 घंटे की होगी। इसकी अवधि में बढ़ोतरी होने पर कुल खर्च भी ऊपर जाएगा।