दुर्ग। कानून एवं व्यवस्था की स्थिति को लेकर होने वाली साप्ताहिक बैठक इस बार वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से हुई। पिछली बैठक में कलेक्टर ने कहा था कि वीडियो कांफ्रेंसिंग का लिंक शेयर किया जाएगा ताकि फील्ड में रहकर ही अधिकारी बैठक में हिस्सा ले सकें। आज बैठक में कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने पिछली मीटिंग में सौंपे गये टास्क पर चर्चा की।
उन्होंने कहा कि अराजक तत्वों पर निगाह रखनी है और किसी भी तरह से व्यवस्था बिगाडऩे की कोशिश पर इन पर कड़ी कार्रवाई करें। उन्होंने कहा कि इसके लिए फील्ड की मानिटरिंग बेहद जरूरी है और फील्ड से मिल रहे इनपुट पर कार्य करना भी बेहद जरूरी है। उन्होंने कहा कि फील्ड के भ्रमण के दौरान जो सूचनाएं मिलती हैं उन पर त्वरित कार्रवाई करें। शुरूआती स्तर पर ही किसी समस्या के निपटारे से समस्या बड़ा रूप नहीं ले पाती।
उन्होंने कहा कि इनपुट्स के संबंध में स्थानीय लोगों से भी फीडबैक लेते रहें जितना बेहतर संवाद होगा, परिणाम उतने ही प्रभावी होंगे। कलेक्टर ने कहा कि एसडीएम और निगम आयुक्त स्थितियों की जानकारी जिला स्तर पर देने के साथ ही पुलिस अधिकारियों को भी उपलब्ध कराते रहें। दोनों के बीच बेहतर समन्वय से कानून एवं व्यवस्था की स्थिति को मजबूत बनाने में और भी मदद मिलेगी। डिविजन स्तर पर अधिकारी ऐसी बैठकें करते रहें।
कलेक्टर ने कहा कि अतिक्रमण विरोधी कार्रवाईयां बेहतर समन्वय से अच्छी तरह संपन्न हो पाती हैं। अतिक्रमण हटाने के लिए निश्चित की गई तिथि पर पुलिस से पूर्व में समन्वय कर लें ताकि इस दिन पर्याप्त बल की व्यवस्था कर सकें। कलेक्टर ने पिछली मीटिंग में दिये गये एजेंडे पर भी विस्तार से बातचीत की। उन्होंने कहा कि शीघ्र ही इस एजेंडे पर बातचीत के लिए जिला कार्यालय में भी बैठक बुलाई जाएगी। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि कानून एवं व्यवस्था का मुद्दा सर्वोच्च प्राथमिकता का मुद्दा है। इसके लिए पूरे समय एलर्ट मोड में रहें। किसी भी तरह की अप्रिय स्थिति हो अथवा अप्रिय स्थिति पैदा होने की आशंका हो तो इसकी सूचना अपने वरिष्ठ अधिकारियों को दें ताकि इसका त्वरित समाधान निकाला जा सके। बैठक में अपर कलेक्टर श्रीमती नूपुर राशि पन्ना एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे।