दुर्ग। 8 साल पुराने मामले में दुर्ग शहर के कांग्रेस नेताओं को कोर्ट से राहत मिली है। 2013 से कोर्ट के चक्कर लगा रहे कांग्रेस नेता अयुब खान सहित विवेक मिश्रा पुर्व अध्यक्ष युवा कांग्रेस दुर्ग शहर, प्रकाश गीते पार्षद, कांग्रेस नेता विजय चंद्राकर ,कांग्रेस नेता इलियास चौहान, अलापशंख्यक कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष रज्जन ख़ान, जिला कांग्रेस महामंत्री राहुल शर्मा को कोर्ट ने दोष मुक्त करते हुए बाइज्जत बरी कर दिया है।
इन कांग्रेस नेताओं पर नगर निगम के अधिकारी एवं कर्मचारी द्वारा रिपोर्ट करने पर 186,147,148,353,427 कि कार्यवाही कर जिला जेल दुर्ग भेज दिया गया था। 2013 से लेकर अब तक लगातार हम सभी लोग लगातार न्यायलय मे लगातार पेशी जा रहे थे और अपना मुकदमा हमारे वकील पंडित अशोक शर्मा के माध्यम से लड़ रहे थे आज 28/10(2021 को सत्र न्यायलाय कि जज श्रीमती अंकिता गुप्ता ने सबूतों के अभाव में सभी को दोषमुक्त और बरी करने का आदेश दिया ।
जाने क्या था पूरा मामला
2013 मे रमन सरकार मे दुर्ग नगर निगम काबिज भाजपा सरकार मे दुर्ग शहर में बढ़ते व्याप्त समस्या को लेकर युवा कांग्रेस का विशाल घेराव एवं प्रदर्शन रखा गया था। जिसमे हजारों के संख्या में युवा एकत्र होकर नगर निगम को घेरा था । युवा कांग्रेस का नगर निगम घेराव का कार्यक्रम संपन्न होने के बाद सभी प्रमुख कार्यकर्ता दुर्ग कांग्रेस भवन में हो रही बैठक में उपस्थित थे।
तभी अचानक दुर्ग पुलिस द्वारा कांग्रेस भवन पहूचकर अय्यूब ख़ान पुर्व अध्यक्ष लोकसभा युवा कांग्रेस दुर्ग, विवेक मिश्रा पुर्व अध्यक्ष युवा कांग्रेस दुर्ग शहर, प्रकाश गीते पार्षद, कांग्रेस नेता विजय चंद्राकर ,कांग्रेस नेता इलियास चौहान, अलापशंख्यक कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष रज्जन ख़ान, जिला कांग्रेस महामंत्री राहुल शर्मा को पुलिस तत्काल गिरफ़्तार कर धारा नगर निगम के अधिकारी एवं कर्मचारी द्वारा रिपोर्ट करने पर 186,147,148,353,427 कि कार्यवाही कर जिला जेल दुर्ग भेज दिया गया था।
इस मामले में 15 दिनों तक सभी को जेल में ही रहना पढ़ा था जेल में बंद के अपने नेताओ के लिए बाहर कार्यकर्ता दुर्ग शहर वा प्रदेश भर में युवा कांग्रेस के कार्यकर्ता ने रमन सरकार का पुतला दहन अन्य माध्यमों कार्यकर्ताव ने जेल में बंद युवा नेता के लिए भारी विरोध किया था और दुर्ग शहर तक को बंद करवाया गया था। उस दौरान वर्तमान मुख्यमत्री भूपेश बघेल ने जेल में आकार सभी कार्यकर्ता से मिल कर सभी का हौसला बढ़ाया था जनता के लिऐ रमन सरकार के विरोध लड़ते रहने पे शाबाशी भी दी थी।