भिलाई। दुर्ग जिले के धमधा थाना क्षेत्र में पुल निर्माण में लगे मजदूर की हत्या से सनसनी फैल गई। शुक्रवार की सुबह यहां निर्माणाधीन पुल के नीचे खून से लथपथ लाश मिली। सुबह लगभग 5:30 बजे वहां काम करने वाले एक अन्य शख्स ने शव देखा और अपने सुपरवाइजर को सूचना दी। मौके पर पहुंचे सुपरवाइजर ने पुलिस को खबर की। धमधा पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ धारा 103 के तहत अपराध दर्ज कर विवेचना में लिया है।
धमधा पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार मृतक की पहचान मानसिंग वल्के पिता गोरेलाल वल्के (40) निवासी ग्राम रामघडी थाना बिरसा जिला बालाघाट मध्यप्रदेश के रूप में हुई है। मानसिंह यहां ठेकेदार राकेश सिंह के अंडर में हो रहे पुल निर्माण कार्य करता था। घटना 17 जुलाई से 18 जुलाई के बीच रात की बताई जा रही है। 18 जुलाई की सुबह पुल के नीचे शव मिला। हाउसिंग बोर्ड भिलाई के रहने वाले सोनेश्वर राणा ने इसकी सूचना दी। सोनेश्वर यहां सुपरवाइजर है और उसने बताया कि जाताघर्रा बांध के पास पुल निर्माण का काम चल रहा है।

उसने बताया कि निर्माणाधीन पुल के पास युवराज राणा, कैलाश बिसेन एवं मानसिंग वल्के पुल के साइड में झोपड़ी बनाकर यहीं रह रहे थे। 17 जुलाई को की शाम 5.00 बजे युवराज राणा सुपरवाइजर योगेश्वर के साथ भिलाई चला गया। रात में कैलाश बिसेन और मानसिंग वल्के कार्यस्थल पर रुके थे। सोनेश्वर ने बताया कि शुक्रवार की सुबह करीबन 05.30 बजे ठेकादार राकेश सिंग ने फोन पर सूचना दी कि मजदूर मानसिंग वल्के निर्माणाधीन पुल के नीचे चित पड़ा है। सूचना मिलते ही सोनेश्वर मौके पर पहुंचा और देखा कि निर्माणाधीन पुल के बीचो बीच पानी भरे गड्ढे में मानसिंग वल्के म़त हालत में पडा था। फिलहाल इस मामले में पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।
