भिलाई। एमजे स्कूल, न्यू आर्य नगर, कोहका में विद्यार्थियों एवं उनके पालकों के लिए ‘स्टार गेजिंग नाइट’ का आयोजन किया गया। धरती से परे (बियॉण्ड अर्थ) के संस्थापक विक्रम विरुलकर ने विद्यार्थियों को टेलीस्कोप के माध्यम से चांद और तारों की रोमांचक दुनिया की सैर कराई। पालकों तथा शिक्षकों ने भी इस कार्यक्रम में उत्साह के साथ भाग लिया।
बच्चों का परिचय खगोलशास्त्र की रोमांचक दुनिया से कराते हुए विक्रम विरुलकर ने एक के बाद एक अनेक रहस्यों पर से पर्दा हटाया। सूर्य, ध्रुव तारा के विषय में रोचक जानकारी देते हुए उन्होंने विभिन्न तारामण्डलों से भी बच्चों का परिचय कराया। उन्होंने बताया कि किस तरह लगातार हो रहे शोधों ने कई मान्यताओं को जन्म दिया और फिर उन्हें बदला भी। उन्होंने बताया कि सृष्टि को समझना विज्ञान की एक ऐसी शाखा है जिसमें हमारे हजारों प्रश्नों के उत्तर छिपे हुए हैं।
हालांकि आकाश में बदली छाई हुई थी तथापि टेलीस्कोप की मदद से विद्यार्थी, उनके पालक और शिक्षकों ने चांद और कुछ बेहद चमकीले तारों को करीब से देखा। उन्होंने ग्रहों और तारों के अंतर को भी समझा। बच्चों ने अनेक प्रश्न पूछकर अपनी जिज्ञासा को शांत किया। इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि के रूप में कॉमर्स गुरू डॉ संतोष राय भी उपस्थित थे। उन्होंने भी टेलीस्कोप के माध्यम से आकाशीय पिण्डों को करीब से देखा। उन्होंने कहा कि किसी विषय में रुचि जगाने और वैज्ञानिक दृष्टिकोण को विकसित करने में ऐसे कार्यक्रमों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है।
इस अवसर पर एमजे समूह के डायरेक्टर डॉ श्रीलेखा विरुलकर, प्राचार्य लक्ष्मीशंकर, एमजे कालेज के प्राचार्य डॉ अनिल कुमार चौबे, सीएस मनाली विरुलकर सहित एमजे स्कूल तथा एमजे कालेज के सभी टीचर्स, व्याख्याता, सहायक प्राध्यापक एवं विद्यार्थी बड़ी संख्या में उपस्थित थे।