भिलाई। पावर हाउस मछली मार्केट का नाम बीर शहीद विश्राम मांझी के नाम पर होगा। गुरुवार को मछली मार्केट का नाम शहीद के नाम पर करने के लिए के शहीद की मां के साथ समाज के लोग व मार्केट के व्यापारियों ने एक दिवसीय अनशन शुरू किया। अनशन शुरू होने के दो घंटे के भीतर नगर निगम ने इनकी मांग मान ली है। बताया जा रहा है कि निगम प्रशासन की ओर से पूर्व पार्षद के नाम पर मार्केट का नामकरण करने के निर्णय को होल्ड पर रखने का निर्णय लिया गया है। अनशन पर बैठे लोगों ने कहा कि जिम्मेदार व्यक्ति आकर बताए तभी यहां से हंटेंगे।
बता दें पिछले दिनों नगर निगम भिलाई की सामान्य सभा में पावर हाउस मछली मार्केट का नाम दिवंगत पार्षद मो गफ्फार के नाम पर रखने का प्रस्ताव आया था। इस प्रस्ताव का विपक्ष ने विरोध किया था। पार्षद भोजराज सिन्हा ने मार्केट का नाम शहीद विश्राम मांझी के नाम पर रखे जाने की बात कही है और इसे लेकर तथ्य में प्रस्तुत किए। दरअसल मछली मार्केट का नाम शहीद के नाम पर किए जाने की मांग समाज के लोगों द्वारा लंबे समय से किया जा रहा है इसे लेकर निगम से लेकर जिला प्रशासन तक आवेदन किया गया। निगम की समान्य सभा में महापौर नीरज पाल ने बहुमत के आधार पर आपत्ति को दरकिनार करते हुए प्रस्ताव को पास कर दिया।
विरोध में आए मार्केट के व्यापारी व समाज के लोग
मछली मार्केट का नाम मो गफ्फार के नाम पर रखे जाने को लेकर कई व्यापारियों को आपत्ति है। वहीं समाज के लोग भी निगम के इस निर्णय के खिलाफ सामने आ गए हैं। गुरुवार सुबह 11 बजे मछली मार्केट में शहीद विश्राम मांझी मां व समाज के अन्य लोगों के साथ अनशन पर बैठ गई। इस दौरान शहीद की मां के आंखों में आंशू छलकने लगे। शहीद के सम्मान में इस अनशन में सैकड़ों लोगों ने भागीदारी निभाई। भाजपा के पार्षद से लेकर बाजार के व्यापारी भी शहीद विश्राम मांझी के नाम पर मार्केट का नाम करने का समर्थन करते दिखे।
दो दिन पहले कलेक्टर को सौंपा था ज्ञापन
बता दें दो दिन पहले निषाद समाज के लोग व मछली मार्केट के व्यापारियों ने कलेक्टर व निगम महापौर को ज्ञापन सौंपा था। समाज के लोगों ने ज्ञापन के माध्यम से बताया था कि बीते 16 वर्षों से उनकी मांग है कि मछली मार्केट का नाम शहीद विश्राम मांझी के नाम पर रखा जाए। निषाद, मांझी, केंवट व मल्लाह जाति के लोग मछली के व्यापार से जुड़े होते हैं और शहीद विश्राम मांझी उनके समाज के हैं। लोगों ने यह भी बताया था कि मो गफ्फार के नाम पर मछली मार्केट का नामकरण किए जाने का कोई औचित्य नहीं है क्योंकि उनकी कोई उपलब्धि ही नहीं है। समाज के लोगों ने ज्ञापन देकर पांच जनवरी को अनशन पर बैठने की बात भी कही थी।
पूर्व सैनिकों ने भी दिया समर्थन
शहीद विश्राम मांझी के नाम पर मछली मार्केट का नामकरण कराने शुरू हुए अनशन का रिटायर्ड कर्मचारियों ने भी समथर्न किया है। अनशन स्थल रिटायर्ड सैनिकों ने पहुंचकर शहीद को श्रद्धांजलि दी और इस मांग का जायज ठहराया। रिटायर्ड सैनिकों ने कहा कि शहीद को सम्मान मिलना ही चाहिए और खासकर तब जब समाज के लोग इसकी मांग कर रहे हों। रिटायर्ड सैनिकों के साथ ही बड़ी संख्या में लोग भी इस अनशन का हिस्सा बने। यही वजह रही कि निगम को इनकी मांग इतनी जल्द माननी पड़ी।
एमआईसी में रखेंगे प्रस्ताव
पावर हाउस मछली मार्केट का नाम पूर्व पार्षद मो गफ्फार के नाम पर करने का निर्णय सामान्य सभा है और यह निगम की सबसे बड़ी बॉडी है। फिलहाल इस निर्णय को होल्ड पर रखा जा रहा है। जब तक विवाद नहीं सुलझता तब तक सामान्य सभा के निर्णय को लागू नहीं किया जाएगा। वहीं शहीद विश्राम मांझी के नाम पर मार्केट का नाम रखने का प्रस्ताव एमआईसी में रखा जाएगा। आगे इस पर निर्णय एमआईसी को करना है।
रोहित व्यास, आयुक्त
नगर पालिक निगम भिलाई