भिलाई। लगातार 33 घंटे तक होती रही अनवरत बारिश से शहर की दोनों प्रमुख रेलवे अण्डरब्रिज लबालब हो गई। सुबह 9 बजे बारिश थमने के बाद सुपेला रेलवे क्रासिंग पर ट्रेफिक का दबाव काफी ज्यादा बढ़ गया। क्रासिंग के दोनों ओर लंबा जाम लग जाने से वाहन चालकों को अनेक तरह की दिक्कतों के साथ घंटों इंतजार के बाद पटरी पार आने जाने में का मौका नसीब हो पाया।

सावन माह की विदाई से दो दिन पहले हुई झमाझम बारिश ने जनजीवन को अस्त व्यस्त कर डाला है। शहर की निचली बस्तियों में जलभराव से लोगों को रतजगा करनी पड़ी। वहीं चन्द्रा मौर्या और प्रियदर्शिनी परिसर में पटरी पार आने जाने के लिए बने दोनों रेलवे अण्डरब्रिज में पानी भर जाने से लोगों को आवाजाही में दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। आज सुबह लगभग 9 बजे बारिश की बौछार पडऩी थमने के बाद लोग अपने घरों से निकलने लगे। दोनों प्रमुख अण्डरब्रिज में पानी भरे होने से सुपेला रेलवे क्रासिंग पर ट्रेफिक का दबाव काफी ज्यादा बढ़ गया। ट्रेन गुजरने पर क्रासिंग बंद होने से लोगों की आवाजाही रुकते ही लगातार जाम लगने लगा। इससे लोगों को पटरी पार कर गंतव्य तक पहुंचने में घंटो लग गए। रेलवे क्रासिंग के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लग जाने से फोरलेन सड़क और टाउनशिप के गैरेज रोड़ की ट्रेफिक व्यवस्था भी प्रभावित होती रही।

भिलाई-3 की सिरसा अण्डरब्रिज भी बंद
बारिश की वजह से भिलाई-3 की सिरसा रेलवे अण्डरब्रिज भी बंद हो गया है। इस अण्डरब्रिज में पानी भर जाने के बाद ट्रेफिक पुलिस ने बेरिकेडिंग कर आवाजाही रोक दी है। इससे पाटन क्षेत्र के सौ से भी अधिक गांव के लोगों का शहर में आना जाना थम गया है। अनेक लोगों को चरोदा और बीएमवाय उरला के रास्ते से होकर आवाजाही करने मजबूर होना पड़ा। रेलवे के पीपी यार्ड और एनएसपीसीएल पावर प्लांट के कर्मचारियों को भी अण्डरब्रिज बंद हो जाने से दूसरे रास्ते का विकल्प तलाशने के लिए इधर उधर भटकते देखा गया।
