रायपुर। देश में राष्ट्रपति चुनाव के लिए 18 जुलाई को वोटिंग होगी। भाजपा ने उड़ीसा की आदिवासी महिला नेता और झारखंड की पूर्व गवर्नर द्रौपदी मुर्मू पर दांव खेला है। वहीं विपक्ष की तरफ से यशवंत सिन्हा उम्मीदवार हैं। लेकिन आपको बता दें कि भाजपा की तरफ से द्रौपदी मुर्मू से पहले कई नामों पर चर्चा हुई जिसमें छत्तीसगढ़ की राज्यपाल अनुसुइया उइके का भी नाम था।
इस बारे में जब छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि राज्य की राज्यपाल अनुसुइया उइके भी एनडीए की तरफ से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार की दौड़ में थीं लेकिन उनकी कांग्रेस पृष्ठभूमि के कारण उनको राष्ट्रपति उम्मीदवार नहीं बनाया गया।
देर शाम दिल्ली से लौटने के बाद रायपुर के स्वामी विवेकानंद हवाई अड्डे पर पत्रकारों से बात करते हुए सीएम बघेल ने भाजपा पर महाराष्ट्र में शिवसेना के नेतृत्व वाली एमवीए सरकार को गिराने की कोशिश करने का भी आरोप लगाया। कांग्रेस महाविकास अघाड़ी सरकार का हिस्सा है।
पहले कांग्रेस की विधायक थीं इसलिए मौका नहीं मिला
आदिवासी वोटों को ध्यान में रखते हुए एनडीए ने राष्ट्रपति पद के लिए एक आदिवासी महिला नेता को मैदान में उतारा है। इस बारे में सीएम भूपेश बघेल से पूछे जाने पर कहा कि राज्यपाल अनुसुइया उइके जो एक आदिवासी समुदाय से हैं वह भी राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के लिए लाइन में थीं। पहले वह कांग्रेस की विधायक थीं जिसके कारण उन्हें राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार बनने का अवसर नहीं मिला।
भूपेश बघेल बोले- भाजपा विपक्षी सरकार को बर्दाश्त नहीं कर सकती
छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने महाराष्ट्र राजनीतिक संकट पर बोला कि भाजपा विपक्षी सरकार को बर्दाश्त नहीं कर सकती और स्थिति को खराब करने की कोशिश कर रही है वे जिम्मेदार हैं। उन्होंने कर्नाटक, राजस्थान, मध्यप्रदेश में ऐसा किया। ये लोग कभी ईडी, कभी आईटी और कभी फोन टैपिंग गैरकानूनी रूप से करा रहे हैं।